लेखनी प्रतियोगिता -28-Feb-2022 जिंदगी
🌹🌹🌹🌹🌹 ॐ 🌹🌹🌹🌹
ये चंचल सा दिल---
क्यों भर आता है,
इसके भर जाने से ,---
आंखों में पानी क्यों आता है,
एक अनजानी सी---
हलचल का एहसास कराता है,
रोकना चाहते हैं ---
छलकते आंसुओं को---
यह जो आंसुओं का सैलाब है ---
रुक नहीं पाता है,
यह चंचल सा दिल ---
क्यों भर जाता है,
एक अनजानी हलचल का---
एहसास कराता है,
शिकायत तो नहीं है जिंदगी तुझसे---
तेरे आंचल की छांव मे ---
सुकून भी तो पाया है,
कर्जदार है तेरी रहमत के हम---
जिंदगी तेरी ठोकर ने भी हमको---
सही रास्ता दिखाया है,
तेरी आंचल की छांव में रहकर---
हर मोड़ पर, अनुभव नया पाया है,
यह तेरा उपकार है मुझ पर ---
यह अनुभव, मैंने तुझसे ही तो पाया है,
जिंदगी तेरे आंचल की छांव में---
सुकून जी भर के पाया है,
संगीता वर्मा✍✍
Seema Priyadarshini sahay
01-Mar-2022 06:20 PM
बहुत खूब
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Shrishti pandey
01-Mar-2022 09:41 AM
Nice
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Punam verma
01-Mar-2022 09:02 AM
Nice
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